OSHO TALKS | OSHO II महात्मा बुद्ध के अंतिम शब्द II Mahatma Buddha's Last Words
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Published 2024-04-26
All Comments (21)
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दुनिया को बुद्ध का मार्ग ही बचा सकता है प्रकृती और मानवता यही बुद्ध मार्ग है
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बुध्द के बाद वास्तविकता पर कोई बात करते थे तो वह आचार्य ओशो रजनीश है!
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जिसने बुद्ध को जान लिया, वही दिव्य हो गया।
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2024 इस आधुनिक समय मेंभी मन को शांत करने वाला सत्य और आंनदित करने वाला प्रवचन सिर्फ ओशो रजनीशकी वाणी है।
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मानेंगे बुद्ध को समझो पूरी दुनिया शुद्ध क्योंकि सच्चा रास्ता दिखाना बुद्ध का स्वभाव है
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सो इस महान हो ।आप जैसा कोई नहीं है
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मैने लगभग हर तरह की किताब को पढ़ा, जाना, समझा है गहराई से पूरे अर्थो मे - फिर चाहे वो किताब धर्म, विज्ञान, नैनो टेक्नोलॉजी, क्वांटम फिजिक्स, अंतरिक्ष विज्ञान, इतिहास, भूगोल, गणित, मनोविज्ञान, सामाजिक विज्ञान, सामान्य ज्ञान की हो या फिर कैसी भी क्यों ना हो, और मै पूरे वैज्ञानिक नजरिये से जांचते परखते हुए इस नतीजे पर पहुंचा हूँ कि किसी को, मै फिर जोर दे कर कहता हूँ कि किसी को भी सच नहीं मालूम है और ब्रह्मांड के सूक्ष्म व सही नियमो की जानकारी बिल्कुल भी नहीं है कम से कम आज की तारीख मे तो l यानी किसी को कुछ भी नहीं पता है l सब बस अपनी अपनी बात बोल रहे हैं अपने दिमाग मे उठने वाले तूफानी विचारों से और खुद को सही मान रहे हैं और बिल्कुल ही मुगालते मे जी रहे हैं l जबकि असल सच यह है कि किसी को कुछ भी नहीं पता है - कुछ नहीं पता है l ब्रह्मांड बड़ा पेचीदा है और इसको समझने के लिए बहुत बड़ी करोडो तेज दिमागों के बराबर वाली सूझबूझ व अक्ल चाहिए जो अभी इंसानो के पास नहीं है l दरअसल अक्ल के मामले मे इंसान बस जानवरों से थोड़ा सा ही बेहतर है और इसी बेहतर अक्ल के दम पर उसने अपने फ़ायदे के लिए अक्ल को इस्तेमाल किया है मगर अभी उसकी अक्ल इतनी तेज नहीं हुई है जो ब्रह्मांड के असली नियमों को जान और खोज सके l हमारा कम्पटीशन जानवरो से है और हम इंसान निसंदेह जानवरों से बेहतर हैं - मगर असली सच इस ब्रह्मांड का हमको समझ मे नहीं आने वाला है क्योंकि हम इंसानो की अक्ल अभी बहुत छोटी ही है - हाँ जानवरों की अक्ल से थोड़ा बेहतर है l अब तक बुद्दिमान इंसानो ने जो कुछ भी खोजा है वो सब सत्य और सच के सापेक्ष गलत ही है - ब्रह्मांड का सच जब भी मिलेगा वो बिल्कुल दूसरे तरीके का और हमारी सोच से बिल्कुल अकल्पनीय रूप से अलग ही होगा l तो आज मे पूरे जोर शोर से ये घोषणा कर सकता हूँ कि किसी को कुछ नहीं पता है और इतना तो मुझको अब पता चल ही गया है l इंसान ने कुछ अपने काम निकालने सीख लिए हैं कुदरत के सहयोग से तो इंसान बड़े बड़े दावे करने लगा है कि उसने तो सबकुछ जान लिया है जबकि उसने कुछ नहीं जाना है l ये ब्रह्मांड बहुत बहुत बहुत बड़ा है और यहाँ गणनाएँ लाखों करोड़ो मे नहीं खरबों खरब और उससे भी आगे जाकर नील, पदम, शंख, महाशंख और फिर अनंत तक जाती हैं और सूक्ष्म स्तर पर शून्य से इतर माइनस साइड मे जाकर बहुत सूक्ष्मता की गहराइयों तक जाती हैं तो भैया कोई भी और कैसी भी इंसानी बुद्धि इस ब्रह्मांड को समझने मे नाकाम ही रहेगी हमेशा l "किसी को कुछ भी नहीं पता" - बस इतना याद रखो l "किसी को कुछ नहीं पता" ये एक सत्य वचन है बस इसको ये समझो कि पत्थर पर खींची गई लकीर l डिबेट मे अगर कोई अच्छा पाइंट और अच्छे विचार दे रहा है तो वो सच को साबित नहीं कर रहा होता है बल्कि दूसरे लोगों के पाइंट और विचारों को गलत साबित कर रहा होता है जो उससे कमतर तार्किक लोगों के द्वारा दिये गए होते हैं लेकिन फिर भी इससे ये साबित नहीं होता कि अच्छे तर्क देने वाले व्यक्ति का ब्रह्मांड के असल सच के साथ कोई संबंध है l ब्रह्मांड तो अनंत है तो इसको जानने के लिए बहुत बड़ी बुद्धि चाहिए महज एक खोपडी, दो हाथ, दो पैर, 70-75 किलो वजन और 5-6 फीट के शारीरिक दायरे मे कैद मामूली और तुच्छ इंसान इस ब्रह्मांड के असल सच को कभी भी नहीं जान सकता है - बस भ्रम और मुगालता पाल सकता है l बेचारा मामूली इंसान ब्रह्मांड के सच को जान लेने का बड़ा दावा करता है सिर्फ दूसरे लोगों को प्रभावित करने के लिए l कल का न्यूटन और आईंस्टीन आज गलत सिद्ध होगा तथा आज के तमाम महान वैज्ञानिक आने वाले कल मे गलत सिद्ध होंगे - तो ज्ञान का प्रवाह इतना प्रबल है कि सबकी खोजें, अनुमान, थ्योरी, खोज और बड़े बड़े दावे सब गलत साबित ही होंगे असल सत्य की खोज मे l बहुत बड़ा और सटीक पैमाना चाहिए इस ब्रह्मांड के सत्य को मापने के लिए जो अभी इंसानी बुद्धि से बहुत बहुत परे है l इतना जान लो कि हर नई खोज के बाद बस एक नया झूंठ या नया पर्दा ही सामने आता है इंसानो के सामने और सत्य की सारी खोजे, अनुभव और विचार सब गुड गोबर हो जाते हैं l लेकिन हाँ, आधे अधूरे ज्ञान से भी यू ट्यूब पर तहलका मचाया जा सकता है क्योंकि हर विचार पर भरोसा कर लेना आम इंसानो की प्रवृत्ति और कमजोरी है l
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भगवान् बुद्ध ने संसार को ज्ञान मार्ग पर चलने का संदेश दिया हैं, और करोड़ो लोगो कल्याण किया है जो उनके बातये मार्ग चलेगा l. 🙏
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बुद्ध ही सत्य आज लोगों के पास धन है दौलत है ऐसो आराम के लिए हर चीज है फीर भी लोगों के अन्दर अशांति फैली हुई है
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दिल के गहराई मे जाकर, छू लिया ओशो का प्रवचन ❤
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Tathagat का धम्म ही आधुनिक दुनिया को बचा सकता है.
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बुद्धों को प्रणाम
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नमो बुद्धाय, जयभीम.🎉
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Buddha hi siddha hai Buddha hi satya hai.🙏koti koti pranam 🙏OSHO💐
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नमो बुद्धाय 🙏 बुद्ध ही सत्य है।
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Namo budhay ❤❤❤ Namo budhay ❤❤❤ Namo budhay ❤❤❤
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Such an excellent discourse of Osho 🙏🙏❤
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सदियों मे एकाद बार बुद्ध जन्म लेते हैं ओशो ने ध्यान के सूत्र देकर बुद्ध बनाने का प्रयास किया आज तक जगत मे बुद्ध पैदा नहीं हुए❤
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Nammo Bhudhay❤❤❤
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Oh my god. Osho literally penetrates my soul when he speaks 😢😢😢❤